गोपालदास नीरज का जीवन परिचय
“स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से, लूट गए सिंगार सभी बाग के बबूल से, और हम खड़े-खड़े बहार देखते रहे, कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे!” गोपालदास नीरज…
“स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से, लूट गए सिंगार सभी बाग के बबूल से, और हम खड़े-खड़े बहार देखते रहे, कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे!” गोपालदास नीरज…
राजा रवि वर्मा कौन थे? राजा रवि वर्मा 18वीं सदी के सबसे प्रसिद्ध चित्रकारों में से एक नाम है,,, जिनकी चित्रकारी और कला आज भी लोगों को काफी आकर्षित करती…