माँ पर हिंदी कविता (Hindi Poetry on Mother)
वो माँ है, वो सब कुछ जानती है। वह धुन न जग के किसी शहनाई में है न किसी वादक की गिटार में है। जो मेरे बचपन के पहले पग…
वो माँ है, वो सब कुछ जानती है। वह धुन न जग के किसी शहनाई में है न किसी वादक की गिटार में है। जो मेरे बचपन के पहले पग…