Traditional Publishing क्या है?
Traditional Publishing जिसे की हिंदी में पारंपरिक प्रकाशन भी कहा जाता है। यह प्रक्रिया अपनी किताबों को प्रकाशित करवाने के लिए लेखकों द्वारा अपनाई जाती है। जोकि काफी पुराने समय से चली आ रही है। इस प्रक्रिया के दौरान पुराने समय में किसी अच्छे लेखक को चुनकर पब्लिशर उनकी किताबें प्रकाशित करते हैं और उन्हें एकमुश्त में उनकी किताब की रॉयल्टी उनके हाथ में दे देते हैं जिसके बाद वह पब्लिशर अपने पैसे से किताबों को प्रकाशित करवाता है, और उसके प्रचार-प्रसार, एडिटिंग हर प्रकार की जिम्मेदारी प्रकाशक की हो जाती है।
कुछ लेखक अपने किताब की रॉयल्टी आजीवन लेते हैं जिसे पब्लिशर उन्हें एक साथ न देकर जैसे-जैसे किताबें बिकती जाती है वैसे-वैसे उन्हें रॉयल्टी मिलती जाती है इस हिसाब से पहले ही एक डील साइन हो जाती है जिसके बाद उन्हें यह रॉयल्टी मिलती है। लेकिन एक बार किताब प्रकाशित हो जाने के बाद उसकी किताब पर कॉपीराइट पब्लिशर का हो जाता है।
2023 में Traditional Publishing का स्वरूप
आपको बता दें कि जैसे-जैसे लेखकों की संख्या बढ़ती गई वैसे-वैसे उनकी किताबों के प्रकाशन के तरीके में भी बदलाव आता गया। और अब किताब को प्रकाशित करने के बाद लेखक को 5% या 10% की रॉयल्टी दी जाती है। और उसके बाद जितना भी मुनाफा होता है वह पारंपरिक प्रकाशन अपने हिस्से में रखता है जिससे कि वह किताबों की प्रिंटिंग, एडिटिंग, और सबसे बड़ी बात की उन्हें दुकानों तक पहुंचाने का काम करना होता है। यदि कोई किताब हर दुकान पर बिक रही है तो समझिए कि वह लेखक बहुत ही प्रसिद्ध लेखक होगा। जिसका श्रेय पारंपरिक प्रकाशन को दिया जाता था।
क्या आप अपनी बुक Traditional Publishing करा सकते हैं?
आज का समय अलग है क्योंकि आज लेखकों की संख्या बहुत ज्यादा है और उनमें से सबसे अच्छा लेखक कौन है जिन्हें पारंपरिक प्रशासन के अंतर्गत प्रकाशित किया जा सकता है उनको चुनना बहुत ही मुश्किल काम है, और इसीलिए पारंपरिक प्रकाशन के अंतर्गत हर किसी की किताबें प्रकाशित नहीं हो पाती है वहां पर लाखों में से कोई पांच छह लेखक ही होते हैं जो की सबसे बेस्ट लेखकों में गिने जाते हैं उनकी किताबों को प्रकाशित किया जाता है। लेकिन इन सब के पीछे सबसे बड़ी समस्या यह उत्पन्न हो जाती है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में सबसे अच्छे लेखकों का पता कैसे लगाया जाएं? क्योंकि हर किसी की किताबें पढ़ना तो प्रकाशक के बस की बात नहीं है तो इसका भी एक तोड़ निकल आया… जो कि इस प्रकार से है कि यदि आज के समय में आप पारंपरिक प्रकाशन यानी की ट्रेडिशनल पब्लिशिंग के माध्यम से अपनी किताब को प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको लिटरेरी एजेंट से बात करनी होगी। जिनके माध्यम से आप अपनी किताब को आसानी से ट्रेडिशनल पब्लिशिंग के अंतर्गत प्रकाशित करवा पाते हैं। जिसके लिए कभी-कभी कुछ % उन agents कों देना भी पड़ता है। आइये जानते हैं Traditional Book Publishing कैसे करें?
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Traditional पब्लिशिंग में Book कैसे प्रकाशित करवायें?
ट्रेडिशनल पब्लिशिंग के अंतर्गत अपनी किताब प्रकाशित करवाने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन करना होता है जिसे हमने नीचे अपने लेख में सब विस्तार से बताया है। इन सभी जानकारीयों के माध्यम से आप ट्रेडिशनल पब्लिशिंग द्वारा अपनी किताब को आसानी से प्रकाशित करवा पाएंगे।
सबसे पहले अपनी एक किताब लिखें

कोई किताब प्रकाशित करवाने से पहले आपको यह समझना होगा कि आपको एक बेहतरीन किताब लिखनी होगी। जहां आप अपनी किताब की अच्छी से अच्छी भूमिका लिखते हैं , किताब को लिखने के लिए कोई अच्छा विषय चुनते हैं , किताब का बैक कवर जैसी तमाम चीजों पर ध्यान देते हैं और अपनी किताब को इस लायक बनाते हैं कि उसे ट्रेडिशनल पब्लिशिंग के अंतर्गत प्रकाशित करवाया जा सके। क्योंकि जैसा कि आप भी जानते हैं की ट्रेडिशनल पब्लिशिंग के अंतर्गत हर किताबें प्रकाशित नहीं हो पाती हैं। वहां लाखों में कुछ किताबें ही होती है जो की सबसे बेस्ट होती है उन्हें ही प्रकाशित किया जाता है। तो इसीलिए आपको ऐसा विषय चुनना होगा और अपनी किताब ऐसी लिखनी होगी कि जहां आप लाखों की भीड़ को पीछे छोड़ते हुए अपनी एक अलग पहचान बनाकर लोगों के समक्ष उभर सकें। इसीलिए सबसे पहले आपको एक बेहतरीन किताब लिखने की जरूरत होती है।
Traditional Publisher से संपर्क करें

ट्रेडिशनल पब्लिशिंग हाउस से अपनी किताब प्रकाशित करवाने के लिए आपको सबसे पहले ट्रेडिशनल पब्लिशर से संपर्क करना चाहिए। इसके लिए आपको ईमेल के माध्यम से अपनी लिखी हुई किताब का कुछ अंश पब्लिशर को आपको सेंड करना चाहिए। और फिर कम से कम 3 से 4 महीना इंतजार करके देख लीजिए। क्योंकि अगर सीधे-सीधे ट्रेडिशनल पब्लिशर से आपकी बात हो जाती है तो आपकी किताब के प्रकाशन में आपको ₹1 भी खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है। और आपकी किताब ट्रेडिशनल पब्लिशिंग हाउस जैसे एक बड़े प्लेटफार्म से प्रकाशित हो जाती है जिससे की आपको पूरे दुनिया में जाना जाता है और पढ़ा भी जाता है।
Traditional publishing house से संपर्क करने के लिए आपको सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि उन सभी ट्रेडिशनल पब्लिशिंग हाउस का नाम क्या है और उससे आप संपर्क कैसे कर पाएंगे?
Best Traditional Publishing House नाम की लिस्ट:
राजकमल प्रकाशन
राजकमल प्रकाशन एक जाना माना हिंदी पारंपरिक प्रकाशन है जिसकी स्थापना 28 फरवरी सन 1947 को हुई थी, उसे समय तक देश आजाद भी नहीं हुआ था तब इस प्रशासन की स्थापना हो चुकी थी। इस प्रशासन के संस्थापक हिंदी के बहुत ही प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ देवराज थे। जहां हिंदी के जाने-माने लेखन के किताब प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें सुमित्रानंदन पंत, हजारी प्रसाद द्विवेदी, निराला जी, हरिवंश राय बच्चन, नागार्जुन, भगवती चरण वर्मा जैसे जाने माने लेखक यहां प्रकाशित हो चुके हैं।
वर्तमान में इसकी शाखा पटना में स्थित है। यहां संपर्क करने के लिए आप ईमेल के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं:
वेबसाइट: https://rajkamalprakashan.com/
Rupa Publication
रूपा प्रकाशन एक भारतीय पब्लिकेशन संस्थान है जिसकी स्थापना सन 1936 में कोलकाता में हुई थी। इस पब्लिकेशन का मुख्यालय नई दिल्ली में है। यहां से आप अपनी किताब पारंपरिक तरीके से प्रकाशित करवा सकते हैं। इसकी आधिकारिक वेबसाइट है:
वेबसाइट: https://rupapublications.co.in/
वाणी प्रकाशन
वादी प्रशासन की स्थापना डॉक्टर स्वर्गीय प्रेमचंद महेश द्वारा की गई थी सन 1960 में। इस वादी प्रशासन के प्रेरणा स्रोत है मशहूर शायर और फिल्मकार गुलजार। इस पब्लिकेशन में हर भारतीय विद्या में और अंग्रेजी किताबों को पब्लिश किया जाता है और उनका ट्रांसलेशन किया जाता है। और समय-समय पर जितने भी अच्छे लेखक हैं उन्हें सम्मान के तौर पर प्रतिष्ठित अनुवादक लेखक इत्यादि के रूप में उन्हें मानक पत्र और ₹100000 की राशि भी दी जाती है। तो दोस्तों यदि आप भी वादी प्रशासन से अपनी किताब को प्रकाशित करवाना चाहते हैं तो यहां संपर्क करने के लिए आपको हमने नीचे ईमेल आईडी दी है:
ईमेल आईडी: vaniprakashan@gmail.com
Penguin Books India Publication
पेंगुइन बुक्स लिमिटेड पब्लिकेशन की स्थापना सन 1935 में एलन लेने ने अपने भाइयों रिचर्ड और जॉन के साथ मिलकर की थी। यह पब्लिकेशन एक ब्रिटिश प्रशासन है। आर इस पब्लिकेशन का पंजीकृत कार्यालय वेस्ट मिनिस्टर शहर लंदन इंग्लैंड में है।
फ़ोन नंबर: +91 1244 785600
वेबसाइट: https://www.penguin.co.uk/
Oxford University Press
Oxford University press की स्थापना सन सन 1480 में ही मुद्रण व्यापार के रूप में हो चुकी थी जहां बाइबल और प्रार्थना पुस्तकों तथा अध्ययनशील रचनाओं को मुख्य रूप से प्रकाशित किया जाता था लेकिन सन 1586 से यहां अन्य पुस्तकों को भी प्रकाशित करने का मौका दिया गया। यह एक बहुत ही बड़ा प्रकाशन केंद्र है जहां से हर साल लगभग 4500 से अधिक नई पुस्तकों को प्रकाशित किया जाता है। तो यदि आप भी अपनी किताब का प्रकाशनी यहां से करवाना चाहते हैं तो नीचे हमने यहां का लिंक दिया है जहां से आप इनसे संपर्क कर पाएंगे:
वेबसाइट: https://corp.oup.com/
Literary Agent से संपर्क करें

और अंत में यदि आप डायरेक्ट ट्रेडिशनल पब्लिकेशंस से संपर्क नहीं कर पाते हैं तो आप लिटरेरी एजेंट (Literary Agents in India) से संपर्क करके अपनी किताब को पारंपरिक प्रशासन के अंतर्गत प्रकाशित करवा सकते हैं। जिसके लिए कभी-कभी आपको इन एजेंट को कुछ प्रतिशत मुनाफे का देना भी होता है जिसके लिए यह आपसे ट्रेडिशनल पब्लिकेशन से संपर्क करवाते हैं। लिटरेरी एजेंट आपकी किताब को पढ़ते हैं और वह सीधे-सीधे पब्लिकेशन से आपकी किताब के बारे में बात करते हैं जहां से आपकी किताब प्रकाशित होने में ज्यादा समय नहीं लगता है और इनके माध्यम से आपकी किताब ट्रेडिशनल पब्लिकेशंस के छत्रछाया में प्रकाशित हो जाती है।
अगर आपको अपनी किताब लिखने में मुश्किल हो रही हो तो आप हमारा ये एक अच्छी किताब कैसे लिखें? (How to write a good book?) पढ़ सकते हैं । आजकल किताब लिखने और सम्पादित करने के लिए professional मदद ली जा सकती है जानने के लिए पढ़ें हमारा ब्लॉग Ghost writing या अदृश्य लेखन किसे कहते हैं? (What is ghost writing?) । तो दोस्तों हमें आशा है कि आपको हमारा यह लेख ‘Traditional Book Publishing कैसे करें’ जरूर पसंद आया होगा ऐसी ही और जानकारी को पढ़ने के लिए आप हमारे दूसरे लेखकों को पढ़ सकते हैं धन्यवाद।
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